राज्य सरकार के द्वारा चलाई जा रही दिव्यांग विधवा, बुढ़ापा और अन्य पेंशन का लाभ अब आपके बिना आवेदन के ही मिलेगा और तीन-तीन हजार रुपए महीना की आपको पेंशन मिलेगी और अगर आपका लिस्ट में नाम है तो आप को यह कार्य करना होगा। जी हां साथियों, अगर आप दिव्यांग विधवा, या कोई और अन्य पेंशन का लाभ लेना चाहते हैं तो अब आपके बिना आवेदन किया ही पेंशन मिलेगी और इसके लिए आपको क्या करना होगा और यह जो तीन-तीन हजार रुपए की पेंशन मिलेगी। अगर आपका लिस्ट में नाम है तो आपको क्या कार्य करना होगा जिससे आपको पेंशन मिलना स्टार्ट हो जाए।
राज्य सरकार के द्वारा चलाई जा रही जल कल्याणकारी योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने का काम कर रही है। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया है की फैमिली आईडी में दर्ज परिवार के सभी सदस्यों का डाटा सरकार के पास है। कद विभाग समय-समय पर फैमिली आईडी कार्ड डाटा को फिल्टर करता रहता है। इसमें से जिसकी उम्र 60 वर्ष पूरी हो जाती है तो संबंधित व्यक्ति के पास फोन कॉल जाएगी, जिसमें उसके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए भाग की तरफ से गांव का कोई टीचर या फिर अन्य व्यक्ति वेरीफाई करेगा। देखिए अगर परिवार पहचान पत्र में किसी व्यक्ति की आयु 60 वर्ष से ऊपर हो जाती है तो जो कीड़ी विभाग का। है। वह उनके डॉक्यूमेंट वेरीफाई करने के लिए किसी टीचर को या फिर अन्य व्यक्ति को उसे व्यक्ति के पास भेजेगा और उसके डॉक्यूमेंट वेरीफाई करेगा। इसके बाद संबंधित व्यक्ति का डाटा जिला समाज कल्याण विभाग के पास आएगा। विभाग का एक कर्मचारी व्यक्ति के घर जाकर उससे पूछेगा कि क्या वह पेंशन का लाभ लेना चाहते हैं। यदि हां तो इसे एक सहमति पत्र भरवारा जाएगा। इसके साथ ही मौके पर ही फोटो प्रोएक्टिव अप में सममित की जाएगी। इसके बाद पूरा डाटा जिला समाज कल्याण विभाग अधिकारी के पोर्टल पर आएगी और यहां से एक क्लिक होते ही उसकी पेंशन शुरू हो जाएगी तो साथियों! इस तरीके से आपके घर बैठे ही पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा। आपको कहीं पर आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है तो चलिए और आगे बताते हैं कि आपको करना है। इसमें छह महीने के पी उत्तर से 10000 से अधिक लोगों की पेंशन बन चुकी है साल 2023 में। जुलाई महीने में अब तक यानी की जुलाई महीने से अब तक जिले में बुढ़ापा दिव्यांग विदुर और अविवाहित की 10000 से अधिक पेंशन इसी आधार पर बन चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा बुढ़ापा पेंशन है। इस सीजन में 9445 बुढ़ापा पेंशन बनी है और सभी और अभी भी 2147 प्रक्रिया में है। वही 175 दिव्यांगों की पहली और पहचान पत्र उत्तर के अनुसार पेंशन बनी है और 56 प्रक्रिया में चल रही है इसके साथ ही। 688 अविवाहित वह 177 विद्रोह की पेंशन ऑनलाइन बनी है तो साथियों इस तरीके से यानी के परिवार पहचान पत्र उत्तर के आधार पर अभी तक इतने लोगों की पेंशन हरियाणा के एक जिले में बन चुके हैं। ये जो जानकारी हम आप तक पहुंचा रहे हैं, वह हरियाणा राज्य सरकार की है। हरियाणा राज्य सरकार अब परिवार पहचान पत्र उत्तर के आधार पर ही पेंशन बनवा रही है और अब पेंशन हरियाणा में 1 जनवरी से 3000 रुपए महीना मिल रही है। यानी कि जो दिव्यांग विधवा, वृद्धावस्था और विदुर यानी के जिनके पत्तियों का देहांत हो चुका है, उनको भी सरकार पेंशन दे रही है जिसमें तीन-तीन हजार रुपए महीना की पेंशन इन लोगों को दी जा रही है और अब आपके घर बैठे ही पेंशन मिलेगा। वह भी परिवार पहचान पत्र से आपको कहीं पर भी आवेदन करने की जरूरत नहीं है। बस आपको। अपने डॉक्यूमेंट अपने पास रखते हैं और जो अधिकारी आपके पास आएगा उसे अपने सभी डाक्यूमेंट्स देने हैं तो साथियों इसी तरीके से अब बिना आवेदन के आपको पेंशन मिलेगा। वीडियो अगर आपको अच्छा लगा हो तो लाइक शेयर कमेंट जरुर करेगा और चैनल पर नए आए हैं तो सब्सक्राइब भी जरूर करिएगा।