मूल कर्तव्यों की आवश्यकता का वर्णन करते हुए उसके स्रोत की विवेचना कीजिए।
मूल कर्तव्यों की आवश्यकता-भारत सरकार द्वारा गठित 42वें संविधान संशोधन समिति का मत था कि जहाँ संविधान में नागरिकों के मूल अधिकारों का उल्लेख किया गया है, वहाँ मूल कर्तव्यों का भी समावेश होना चाहिए। अधिकार और कर्तव्य एक-दूसरे के अन्योन्याश्रित होते हैं। प्रस्तुत संशोधन संविधान इसी कमी को दूर करने के लिए पारित किया […]
मूल कर्तव्यों की आवश्यकता का वर्णन करते हुए उसके स्रोत की विवेचना कीजिए। Read More »